पगली

पगली
तेरे प्यार ने जिंदगी से पहचान कराई है ,
घिरते तूफान से बचा कर तू लाई है ,
बस खुदा इतना करम कर देना मुझ पर ,
बुझे ना वह समा, जो तेरे प्यार ने जलाई है ।
साया तुम्हारे प्यार का.. हमेशा मेरे साथ रहता है ,
मेरे खयालो में तुम्हारी ही छाया रहती है  ,
दूर हुआ तुमसे तो क्या हुआ मेरी पगली  ,
मेरे सांसे की गहराई में तो बस तुम्हारी हीं बस्ती है।
मेरे लिए चांद की चांदनी की तरह हो तुम  ,
मेरे लिए गुलाब की खुशबू की तरह हो तुम  ,
दिल का तोहफ़ा दूँ या चांद तारे दूँ प्यारी पगली को  ,
क्योंकि मेरे जीने की वजह हो तुम ।
मैं हर दुआं में मांगता हूँ तुमको  ,
प्यार से भरी ज़िन्दगी मिले तुमको  ,
किसी दिन तारा टूटे तो मांगूंगा तुमको ,
सारी जिंदगी दूंगा खुशियाँ तुमको ।
जिंदगी भी नाम कर दूँ तो कम होगा तुम्हारे लिए  ,
जो भी करूंगा जिंदगी में कम होगा तुम्हारे लिए  ,
सोचता हूँ कभी-कभी क्या करूं तुम्हारे लिए  ,
बार-बार जन्म लेना पड़ेगा तेरे प्यार का कर्ज ऊतारने के लिए ।
– By Akhilesh Kumar yadav

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