हे माँ तू कितनी महान है

हे माँ तू कितनी महान है
सारे जहाँ में तू हीं इनसान है
तू धूप, तू छाँव, तू पाताल, तू ही आसमान है
हे माँ तू कितनी महान है
माँ के आँचल में सब रंग हैं
माँ तेरे होने पर सब खुशियाँ मेरे संग हैं
माँ   तू  जाती जब हमको छोड़कर
लगता हमको धूमिल अपनी शान है
हे माँ तू कितनी महान है।।
माँ तू है तो सारा जहान है
तेरे बिना बच्चों का जीवन वीरान है
माँ तेरे बिना हम जी सकते नहीं
बड़े होकर भी चल सकते नहीं
माँ जब तू होती दूर, तो निकल जाती जान है
हे माँ तू कितनी महान है
हे माँ तू कितनी महान है।।।
– Rajeev Kumar Lucknow UP

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