भाई-बहन के प्यार का बंधन होता है बड़ा अनूठा
चाहे लाख मुसीबतें आएँ, ये रिश्ता कभी न टूटा
बहन माँ की तरह भाई पर ममता लुटाती है
भाई भी हर कष्ट सहकर अपनी बहन पर जान लुटाता है
कभी मीठी नोकझोंक होती है दोनों के बीच
तो कभी दोनों एक-दूसरे की ताकत बन जाते हैं
कभी छोटी-छोटी चीजों के लिए लड़ते थे जो
एक-दूसरे के लिए बड़ी-बड़ी कुर्बानियाँ दे जाते हैं वो
राखी और भाईदूज इस रिश्ते को फिर संवार जाते हैं
दिल की नजदीकियों के आगे दूरियों को मिटा जाते हैं
भाई-बहन दोनों बिन कहे एक-दूसरे की बात समझ जाते हैं
बहन के हाथों के बने पकवान, हमेशा भाई को लुभाते हैं
हर गुजरते दिन के साथ इस रिश्ते की अहमियत बढ़ती जाती है
बचपन की खट्टी-मीठी यादें, इस रिश्ते में और मिठास घोल जाती है

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