काला हास्य - ' म र ण '
बचपन, हमदम
हस, ग़म,
हस, ग़म,
सब समरण,
एक एक कर,
एक एक कर,
मगर, न लय,
सब उलट पलट,
सरपट धड़ धड़ !
सब उलट पलट,
सरपट धड़ धड़ !
न जल हलक
मगर,
बदन,
तर ब तर !
तर ब तर !
सस कम पल पल,
कम दम क्षण क्षण,
च,
तत पशचत,
कम दम क्षण क्षण,
च,
तत पशचत,
ख़तम सब !
धन, घर, यश,
सब रह गय धर !
मट दफ़न मट !
सब परशन हल,
पर,
हर जन असफल,
सकल !
सकल !
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